कपुर
कपुर Camphor | |
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जापानक एक १००० वर्ष पुरान कपुरक वृक्ष | |
वैज्ञानिक वर्गीकरण | |
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गण: | |
परिवार: | |
वंश: | |
प्रजाति: | C. camphora
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वैज्ञानिक नाम | |
सिन्नामोमम क्याम्फोरा |
कपुर (संस्कृत : कर्पूर) उड़नशील वानस्पतिक द्रव्य छी। ई उज्जर रंगक मोमक जेहन एक पदार्थ छी। एहिमे एक तेज गन्ध होइत अछि । कपुरक संस्कृतमे कर्पूर, फारसीमे काफुर आ अंग्रेजीमे क्याम्फर कहल जाइत अछि ।
कपूर उत्तम वातहर, दीपक और पूतिहर होता है। त्वचा और फुफ्फुस के द्वारा उत्सर्जित होने के कारण यह स्वेदजनक और कफघ्न होता है। न्यूनाधिक मात्रा में इसकी क्रिया भिन्न-भिन्न होती है। साधारण औषधीय मात्रा में इससे प्रारंभ में सर्वाधिक उत्तेजन, विशेषत: हृदय, श्वसन तथा मस्तिष्क, में होता है। पीछे उसके अवसादन, वेदनास्थापन और संकोच-विकास-प्रतिबंधक गुण देखने में आते हैं। अधिक मात्रा में यह दाहजनक और मादक विष हो जाता है।
प्रकार
[सम्पादन करी]कपूर तीन विभिन्न वर्गों की वनस्पति से प्राप्त होता है। इसीलिए यह तीन प्रकार का होता है :
(१) चीनी अथवा जापानी कपूर,
(२) भीमसेनी अथवा बरास कपूर,
(३) हिन्दुस्तानी अथवा पत्रीकपूर।
उपर्युक्त तीनों प्रकार के कपूर के अतिरिक्त आजकल संश्लिष्ट (synthesized) कपूर भी तैयार किया जाता है।
जापानी कपूर
[सम्पादन करी]भीमसेनी कपूर
[सम्पादन करी]पत्री कपूर
[सम्पादन करी]भारतमे कम्पोजिटी (Compositae) कुल की कुकरौंधा प्रजातिसभ (Blumea species)सँ प्राप्त कएल जाइत अछि, जे पर्णप्रधान शाक जातिक वनस्पतिसभ होइत अछि ।
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पौधाक भाग
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एडिलेड, दक्षिण अस्ट्रेलियाक उद्यानमे
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कपुरकें फल, अस्ट्रेलिया